Wednesday, May 21, 2025
Google search engine
Homeराज्यों सेऑपरेशन सिंदूर का एक और जाबांज दे गया आंखों में आंसू, अंबाला...

ऑपरेशन सिंदूर का एक और जाबांज दे गया आंखों में आंसू, अंबाला में तैनात झुंझुनूं का एयरफोर्स ऑफिसर शहीद

ऑपरेशन सिंदूर का एक और जाबांज दे गया आंखों में आंसू, अंबाला में तैनात झुंझुनूं का एयरफोर्स ऑफिसर शहीद

 

झुंझुनूं : राजस्थान की वीर भूमि झुंझुनूं एक बार फिर शोक की चादर में लिपट गई। झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ उपखंड के बिरोल गांव का वीर सपूत, वायुसेना में तैनात जवान प्रकाश जांगिड़ देश के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गया। इलाज के दौरान अंबाला से चंडीगढ़ तक की सफर और फिर वहां से उनके गांव लौटे तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर ने पूरे इलाके को भावुक कर दिया। प्रकाश जांगिड़ पंजाब के अंबाला में तैनात थे, जहां ड्यूटी के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई। इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। गांव में जैसे ही यह खबर पहुंची, चारों ओर शोक की लहर दौड़ गई। हर कोई अपने इस लाल को अंतिम बार देखने को आतुर था।

बेटे ने दी मुखाग्नि, पत्नी बेसुध, आंखें नम
गांव में जैसे ही पार्थिव देह पहुंची, मातम छा गया। जवान की पत्नी सुशीला गहरे सदमे में बेसुध हो गईं, जिन्हें गांव की महिलाओं ने संभाला। बेटे नितिन की आंखों में पिता का गर्व और जुदाई का दर्द दोनों झलक रहे थे। वायुसेना अधिकारियों ने उन्हें राष्ट्रीय ध्वज सौंपा – एक ऐसा पल, जो हर भारतीय के रोंगटे खड़े कर दे। वहीं बेटे नितिन ने ही अपने पिता को मुखाग्नि दी। यह दृश्य देखकर वहां मौजूद हर आंख नम हो गई।

सैन्य सम्मान से विदाई
गांव के मुक्तिधाम में वायुसेना की टुकड़ी ने अंतिम सलामी दी। फूलों से सजी अर्थी, सलामी की गूंज और जनसैलाब – यह सब दर्शा रहा था कि प्रकाश जांगिड़ केवल एक बेटा या पति नहीं, बल्कि पूरे गांव का अभिमान थे। इस अवसर पर पूर्व मंत्री डॉ. राजकुमार शर्मा, नवलगढ़ विधायक विक्रम जाखड़ सहित कई जनप्रतिनिधियों ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाया और उनकी वीरता को सलाम किया।

4 किलोमीटर लंबी निकली तिरंगा यात्रा
रविवार सुबह करीब 9 बजे शहीद प्रकाश जांगिड़ का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बिरोल पहुंचा। यहां उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। शहीद के सम्मान में झाझड़ रोड़ पिलानिया मोड़ से बिरोल गांव तक 4 किलोमीटर की तिरंगा यात्रा निकाली गई।

16 साल से वायुसेना में दे रहे थे सेवा
परिजनों के अनुसार, सार्जेंट प्रकाश जांगिड़ ने करीब 16 साल पहले भारतीय वायुसेना की टेक्निकल ट्रेड में सेवा शुरू की थी। शनिवार को वो ड्यूटी पर तैनात थे। तभी उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें पहले अंबाला एयरफोर्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर उन्हें चंडीगढ़ रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई।
एक पखवाड़े में झुंझुनूं जिले से तीसरा जवान शहीद आपको बताते चले कि गत एक पखवाडे में जिले से तीसरा जवान अपनी डूयूटी पर तैनाती के दौरान वीरगति को प्राप्त हुआ था। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 8 मई को झुंझुनूं जिले के मेहरादासी का सुरेन्द्र कुमार की शहादत हुई थी। इसके बाद शनिवार 17 मइ को ऑपरेशन सिंदूर में तैनात खेतड़ी के मदन राठौड़ डयूटी के दौरान आए हार्ट अटैक के बाद वीरगति को प्रात हो गए। इसी दिन झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ उपखंड क्षेत्र के बिरोल गांव के लाडले और वायुसेना के जवान प्रकाश जागिड़ भी अंबाला में डूयुटी के दौरान बिगड़ी तबीयत बाद इलाज दौरान देश के लिए प्राण त्याग दिए।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments