सेना के शौर्य पर गर्व करें हर हिन्दुस्तानी : राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश
कोलार जैन स्थानक भवन 18 मई 2025
शहीदों का लक्ष्य सिर्फ देश आजाद करने का नहीं था, बल्कि ऊंचाइयों के शिखर पर पहुंचने का था उक्त विचार राष्ट्र संत कमल मुनि जी कमलेश ने उपाध्याय केवल मुनि जी की जयंती एवं ऑपरेशन सिंदूर पर आयोजित तिरंगा यात्रा समारोह का संबोधित करते हुए व्यक्त किए। महाराज श्री ने कहा कि भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम और अदम्य साहस का लोहा पूरा विश्व मान गया है 140 करोड़ जनता को गर्व है।
उन्होंने कहा कि आजादी के परवाने शहीदों ने विदेशी वस्तुओं की होली जलाई उनका उपयोग करना शहीदों के जख्म पर नमक छिड़कने के समान है।
मुनि कमलेश ने बताया कि देश की सेना पर अंगुली उठाना, सफलता का झूठा श्रेय लेना, उसका राजनीतिकरण करना अक्षम अपराध है देशद्रोह से कम नहीं है।
राष्ट्र संत ने कहा कि पीओके लेने के बाद ही सरकार को विराम लेना चाहिए। देश का सौभाग्य है सभी राजनीतिक पार्टियों, धार्मिक गुरु , जनता ने जो एक जुटता दिखाई इसकी जितनी प्रशंसा की जाए उतना कम है।
जैन संत ने कहा कि विभिन्न जाति, संप्रदाय, प्रांत,भाषा से ऊपर उठकर राष्ट्रीय एकता जो देखने को मिली उसे पूरा विश्व हैरान है।
इंदर चंद धारीवाल, जितेंद्र छाजैड़, अनंत धारीवाल, प्रदीप गोलछा, अभिनंदन छाजेड़ ,महेंद्र धारीवाल, सुरेश धारीवाल और भारी संख्या में महिलाओं ने तिरंगा समारोह में भाग लिया। घनश्याम मुनि जी, कौशल मुनि जी ,अक्षत मुनि जी, सक्षम मुनि जी ने राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई। 19 मई को मुनि कमलेश मूल बागल पधारने की संभावना है।