Wednesday, May 21, 2025
Google search engine
Homeराज्यों सेमछली मंत्रालय हो सकता है तो गौ  मंत्रालय क्यों नहीं? राष्ट्रसंत कमल...

मछली मंत्रालय हो सकता है तो गौ  मंत्रालय क्यों नहीं? राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश

पशुधन का कोई विकल्प नहीं है। हीरे,  माणक, मोती से कीमती है इंसान के बिना पशु जिंदा रह सकता है परंतु पशु के बिना इंसान एक पल भी जिंदा नहीं सकता पशुओं का कत्ल इंसान के कत्ल से बढ़कर है।

मछली मंत्रालय हो सकता है तो गौ  मंत्रालय क्यों नहीं? राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश

 

चित्रदुर्गा बुर्जनप्पा पारस जैन गौशाला 3 मई 2025

जब सरकारें मछली, मुर्गी, सुवर पालन के लिए सब्सिडी दे सकती है तो फिर गोपालन के लिए क्यों नहीं उक्त विचार राष्ट्र संत कमल मुनि जी कमलेश ने जैन मित्र मंडल द्वारा  पारस गौशाला धरती पर महामंत्र जाप के बाद संबोधित करते हुए कहा कि जब मछली मंत्रालय हो सकता है तो गौ  मंत्रालय क्यों नहीं?

उन्होंने कहा कि  जब कत्ल खानों के लिए जमीन उपलब्ध कराती है सरकार तो गौशाला के क्यों नहीं। यह सरासर अन्याय है दोहरे आचरण के खिलाफ जनता खामोश नहीं रहेगी।

मुनि कमलेश ने बताया कि गाय के नाम पर स्वार्थ की रोटी सेंकने वाले राजनीतिक दलों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा की भारतीय जनता पार्टी राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र में गौ रक्षा की दुहाई देती है तो केरल में खामोश क्यों है वहां पार्टी के कार्यकर्ता गाय का कत्ल करते हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस सरकार कहीं पर गौ रक्षा का कानून बनाती है तो कहीं गो हत्या के साथ खड़ी हो जाती है दोनों पार्टियों को गाय को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर स्पष्ट नीति की घोषणा करनी चाहिए।

एक गाय का कोई कत्ल कर दे तो हजारों जनता रोड पर उतर आएगी, हंगामा करेगी और एक गाय रोड पर घायल पड़ी हो तो अस्पताल पहुंचने वाला नहीं मिलेगा क्या इसी का नाम गाय की सेवा है।

राष्ट्रसंत ने बताया कि पशुधन का कोई विकल्प नहीं है। हीरे,  माणक, मोती से कीमती है इंसान के बिना पशु जिंदा रह सकता है परंतु पशु के बिना इंसान एक पल भी जिंदा नहीं सकता पशुओं का कत्ल इंसान के कत्ल से बढ़कर है।

जैन संत ने कहा कि पशु की रक्षा में ही पर्यावरण, आर्थिक और स्वास्थ्य की रक्षा संभव है। मानवाधिकार की तरफ पशु अधिकार का भी गठन होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट का आदेश है गोचर भूमि तत्काल माफियाओँ से राज्य सरकार मुक्त करने को प्राथमिकता दें नहीं तो कोर्ट के आदेश का अपमान माना जाएगा। गोचर भूमि पर कब्जा करने वाला भी कसाई से कम नहीं है, जो गौ माता को काटकर पाप कमा रहे हैं।

अंत में कहा कि कर्नाटक सरकार को पहले की भांति सभी गौशालाओं को अनुदान तत्काल प्रारंभ करना चाहिए नहीं तो संत समाज खामोश नहीं बैठेंगे।

पारस जैन गौशाला में एक विहार धाम पृथ्वीराज पुखराज गांधी मुथा एवं दूसरा साबिर का मंडल की ओर से बनाया जाएगा। गौशाला के अध्यक्ष अशोक भाई, मंत्री राजू भाई, सुरेश मेहता, कोषाध्यक्ष  घीसुलाल लुंकड़ बताया कि गुरुदेव कमल मुनि जी के मार्गदर्शन में बैंगलोर पुणे हाईवे रोड पर 10 बीघा जमीन में गौशाला, दो बिहार धाम, एक एकड़ में बच्चों के संस्कारों का केंद्र साथ ही रिसर्च सेंटर के रूप में बनाने का संकल्प लेते हैं।

घनश्याम मुनि, कौशल मुनि जी, अक्षत मुनि जी ,सक्षम मुनि जी ने गौशाला की धरती पर महामंत्र का जाप करवाया।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments