बुराई को देखकर मौन रहने से, बुरे लोगों के हौसले बुलंद होते हैः राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश
होरिपक्कम मठ मंदिर 29 मई 2025
बुराई के लिए बुरे लोग जितने दोषी हैं उससे ज्यादा सज्जन लोग दोषी हैं उक्त विचार राष्ट्र संत कमल मुनि जी कमलेश ने होरिपक्कम मठ मंदिर में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छे लोग बुराइयों को देखकर आंखें मूंद कर मौन हो जाते हैं, उससे बुरे लोगों के हौसले बुलंद हो जाते है ओर उनको पाप करने का अवसर मिल जाता है।
उन्होंने कहा कि आज भी अच्छे लोग भारी संख्या में है, लेकिन वे निष्क्रिय और बिखरे हुए हैं। बुरे लोग मुट्टी भर होने के बावजूद भी संगठित,सक्रिय और प्रशिक्षित हैं। यदि अच्छे लोग संगठित होकर कठोर कदम नहीं उठाएंगे तो उनका अस्तित्व भी खतरे में पड़ सकता है।
मुनि कमलेश ने कहा कि सभी धर्म बुराइयों का विरोध करते हैं हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध और जैन धर्म के सभी धर्मगुरुों को एक मंच पर आकर इस प्रकार के असमाजिक तत्वों को प्रतिकार करना चाहिए। व्यसन मुक्ति, हिंसा, भ्रष्टाचार, बलात्कार ,मिलावट, सांप्रदायिकता दूर करने के लिए प्रयास करना चाहिए। साथ ही शिक्षा, चिकित्सा, सेवा, पर्यावरण, इंसानियत का विकास में योगदान दे तभी मानवता बच पाएगी।
राष्ट्रसंत ने स्पष्ट कहा कि परस्पर विरोधी विचारधारा वाले राजनीतिक दल कश्मीर को लेकर एक साथ चट्टान की भांति खड़े हो सकते हैं तो हम सब मिलकर बुराइयों को मिटाने के लिए एक साथ क्यों नहीं आ सकते।
जैन संत ने बताया कि अच्छे और बुरे लोगों की कोई जाति , धर्म नहीं होता है। अपने में बुरे लोग हैं तो उनका बहिष्कार करें और दूसरों में अच्छे लोग हैं तो उनका सम्मान करें।
मठ के स्वामी ज्ञानी सत्येंद्र ने राष्ट्रीय संत के क्रांतिकारी विचारों का अभिनंदन करते कहा कि समय की मांग है मतभेदों को भूला कर मानवता को बचाने के लिए एक मंच पर संगठित होना होगा तभी धर्म और देश बचेगा।
कार्यक्रम में सुनील जैन, अमृत संचेती, महेंद्र संचेती, शीतल, चैन राज समदड़िया ने भाग लिया ।30मई को प्रातः 9:00 बजे छोटी कांचीपुरम जैन स्थानक भवन में मुनि कमलेश के प्रवचन होंगे।