मानवता के लिए अभिशाप है कट्टरताः राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश
वीसी मोटू गंगेयमन मंदिर 27 मई 2025
जिनके दिलों में किसी भी निमित्त से किसी भी प्रकार की कट्टरता की भावना पनपति है उसे अगले का नुकसान हो या ना हो लेकिन उससे सद्भाव, करुणा, प्रेम, कट्टरता के हथियार से कत्ल हो जाते हैं उक्त विचार राष्ट्र संत कमल मुनि जी कमलेश ने संबोधित करते कहा कि कट्टरता अपने आप में हिंसा और नफरत की जननी है। मानवता के टुकड़े-टुकड़े कर देते हैं वह मौत के सौदागर दरिंदे बन जाते हैं l
उन्होंने कहा कि कट्टरता और धार्मिकता एक साथ नहीं रह सकती। कट्टरता अलगाव, फिरकापरस्ती ,पाप और अधर्म है। मानव से मानव को अलग करने का काम करती हैं कट्टरताl
मुनि कमलेश ने बताया कि जाति, पंथ, उग्र संप्रदाय के लोग कट्टरता का नारा देंगे तो देश के टुकड़े-टुकड़े हो जाएंगे तो उनका अस्तित्व भी खतरे में पड़ जाएगा ऐसे असामाजिक तत्व देशद्रोही भी हैl
राष्ट्र संत ने कहा कि विश्व का कोई भी धर्म कट्टरता अपनाने की इजाजत नहीं देता है। सद्भाव और प्रेम ही धर्म की जननी है। कट्टरता के बीज बोने वाले धर्म के दुश्मन है l सभी धर्म गुरुओं को मिलकर धार्मिक सहित सभी कट्टरता के खिलाफ वैचारिक क्रांति का शंखनाद करना चाहिए नहीं तो इतिहास उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।
जैन संत ने कहा कि वह धर्म सबसे महान है जो राष्ट्र रक्षा की प्रेरणा देता है, तमिल समाज की ओर से आयोजित धार्मिक समारोह में हजारों जनता ने भाग लिया। अपने बीच एक लाख किलोमीटर की यात्रा करने वाले राष्ट्र संत कमल मुनि जी को पाकर फुले नहीं समा रहे थे।
सभी धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक संगठनों के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने कमल मुनि जी कमलेश का अभिनंदन किया। मुनि कमलेश ने पर्यावरण, नशा मुक्ति, देशभक्ति, अहिंसा और शाकाहार का संकल्प दिलावाया। समाज की ओर से भेंट लेकर आए मुनि कमलेश ने अपनी मर्यादा को बताते हुए भावनात्मक सम्मान स्वीकार किया। घनश्याम मुनि जी, अक्षत मुनि जी, कौशल मुनि, सक्षम मुनि जी ने जनता को मंगल आशीर्वाद प्रदान किया।
30 मई सवेरे राष्ट्र संत कमल मुनि जी रजाकुलम पधारने की संभावना है जहां तीन दिन गौ रक्षा गोष्ठी का आयोजन होगा।