सौभाग्यशाली को ही मिलता है दान देने का अवसरः राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश
चित्तूर जैन स्थानक भवन 25 मई 2025
दान देकर लेने वाले पर एहसान जताना, अमृत जैसे दान को जहर के रूप में परिवर्तित करना है, उक्त विचार राष्ट्र संत कमल मुनि जी कमलेश ने नेत्र चिकित्सा शिविर को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि दान का देने मौका मिलने पर अपना सौभाग्य मानता है ,वह एक पैसे का दान भी करोड़ों के समान है, अमृत तुल्य है।
उन्होंने कहा कि जिस उद्देश्य से दान एकत्रित हुआ वह उद्देश्य दम तोड़ रहा हो और हम कुंडली मार कर बैठे रहे तो दानदाताओं के साथ विश्वासघात है, यह अक्षम्य में अपराध है।
राष्ट्र संत ने कहा कि व्यक्ति को स्वावलंबी बनाना सबसे महान दान है, जीते जी रक्तदान, मरने के बाद नेत्रदान और देहदान हर व्यक्ति को करना चाहिए उससे दूसरों को जीवन दान मिलता है।
जैन संत ने कहा की वस्त्र दान, अन्य दान, औषधि दान इन सब में श्रेष्ठ है ,अभय दान जो तीन लोक की संपत्ति के दान से बढ़कर हैं। अरविंद आई हॉस्पिटल की टीम डॉ अशोक जी के नेतृत्व में नेत्र शिविर का आयोजन किया गया। सुभाष चंद्र तातेड़, ललित बुरड़, प्रवीण बोकारिया, कमलेश राकेजा, आनंद तातेड़ अपनी अनमोल सेवाएं प्रदान की।
घनश्याम मुनि, कौशल मुनि जी ने मंगलाचरण किया। शिविर में करीब ढाई सौ बंधुओ ने स्वास्थ्य शिविर का लाभ लिया। सभी को दवाई, चश्मा और ऑपरेशन निशुल्क किया जाएगा।