ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के छक्के छुड़ाने वाले फौजी की शादी, कार्ड में छपवाई इमोशनल बात
जयपुर: देश के लिए मर मिटने की भावना हर भारतीय में कूट-कूट कर भरी होती है लेकिन सीमा पर जाकर दुश्मनों से लड़ने का अवसर हमारे सैनिक भाइयों को ही मिला हुआ है। सैनिकों के लिए घर, परिवार और रिश्ते नातों से पहले देश होता है। नागरिकों की रक्षा के लिए 48 डिग्री सेल्सियस के तापमान में भी वे सीमा पर डटकर खड़े रहते हैं। सीकर के किसान जगदीश सिंह शेखावत के चार पुत्र हैं। उनमें से तीन भारतीय सेना में हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से की गई नापाक हरकतों के दौरान तीनों भाई राजस्थान से सटी पाक सीमा पर तैनात रहे। तीन फौजी भाइयों में से एक फौजी भाई की 28 मई को शादी है। शादी के कार्ड में फौजी परिवार ने ऑपरेशन सिंदूर का मैसेज देकर लोगों का दिल जीत लिया है।
शांति सेना में भी सेवाएं दे चुके फौजी भाई
किसान जगदीश सिंह शेखावत के चार बेटे हैं भंवर सिंह, धर्मेंद्र सिंह, अमित सिंह और अभय प्रताप सिंह। सबसे बड़े भंवर सिंह शेखावत एक मोटिवेशनल स्पीकर हैं जबकि उनके तीनों छोटे भाई आर्मी में है। धर्मेंद्र सिंह 10 साल से, अमित सिंह 6 साल से और अभय प्रताप सिंह 4 साल से भारतीय सेना का हिस्सा हैं। धर्मेंद्र सिंह और अमित सिंह शांति सेना में शामिल होकर सीरिया और इजरायल के बीच स्थित लेबनान में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। अब अभय प्रताप सिंह भी शांति सेना में जाने की तैयारी कर रहे हैं। तीनों भाई 18 कैवेलरी आर्म्ड फोर्स का हिस्सा हैं। उनकी एक बहन संगीता शेखावत भी राजस्थान पुलिस में सेवाएं दे रही है।
शादी कार्ड में ऑपरेशन सिंदूर को विशेष तवज्जो
तीनों फौजी भाई पिछले कुछ समय से पाकिस्तान से सटी राजस्थान की सीमा पर ड्यूटी कर रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद जब पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल हमले करके नापाक हरकतें की गई। तब तीनो भाई देश के नागरिकों की रक्षा में तैनात रहे। फौजी अमित सिंह की 28 मई को शादी है। ऐसे में मंगलवार 20 मई को वे 15 दिन की छुट्टी पर आए हैं। अमित की शादी के कार्ड में भी ऑपरेशन सिंदूर को विशेष तवज्जो दी गई है। वैवाहिक कार्यक्रम से पहले शादी के कार्ड में ‘प्राउड ऑफ इंडियन आर्मी’ और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लिखा है। शादी का कार्ड भी राजस्थान भाषा में प्रकाशित कराया गया है जो अपने आप में अनूठी पहल है।
कुचामन की पूजा के साथ फेरे लेंगे अमित
अमित सिंह सीकर जिले के धोद क्षेत्र स्थित खाखोली गांव के रहने वाले हैं। उनका विवाह कुचामन सिटी के पास स्थित रसीदपुरा निवासी दशरथ सिंह की पुत्री पूजा कंवर के साथ होने वाला है। 28 मई को गोधूलि के समय शुभ मुहूर्त पर अमित और पूजा कंवर अग्नि के साक्षी मानकर एक दूजे के होंगे। अमित के बड़े भाई भंवर सिंह बताते हैं कि उनके कजन रविंद्र प्रताप सिंह एसएसबी में सब इंस्पेक्टर हैं जबकि जितेंद्र सिंह पैरा कमांडो हैं। अमित की शादी में शामिल होने के लिए एक फौजी भाई धर्मेंद्र को छुट्टी मिल चुकी है जबकि अभय प्रताप सिंह छुट्टी मिलने का इंतजार कर रहे हैं।