गोग्याण गोत्र की कुलदेवी दादी निवारू के मंदिर निर्माण का हुआ भूमि पूजन
पचेरी। गौड़ ब्राह्मण के गोग्याण गोत्र (कौशिक) की कुलदेवी सती दादी निवारू देवी के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए रविवार को प्रातः पूरे वैदिक विधि-विधान से भूमि पूजन किया गया।
यहां उल्लेखनीय है कि राजस्थान के झुंझनू जिला मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूरी पर स्थित पचेरी कलां गांव में दादी निवारू देवी के मंदिर के भूमि पूजन में मंदिर निर्माण कर्ता नरेश शर्मा (मांगेलाल मंगतूराम बोहरा परिवार) विडिओ कान्फ्रेंस के माध्यम से भूमि पूजन कार्यक्रम में भाग लिया। पंडित रामकिशोर कौशिक के नेतृत्व में पूर्व सरपंच औमप्रकाश बोहरा एवं पूर्व सरपंच सतंरादेवी बोहरा दंपति ने भूमि पूजन किया। अवसर राजेंद्र बोहरा, परमानन्द बोहरा, सरपंच सविता बोहरा,रघुवीर प्रसाद,रामौतार,राजेन्द्र, डाक्टर सुभाष , मनोज बोहरा पत्रकार, रमेश कौशिक, महेश, पवन,संदीप , सरपंच प्रतिनिधि गजेंद्र , सुरेश सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।
यहां उल्लेखनीय है कि दादी निवारू देवी का मुख्य मंदिर सांवड़ (दादरी,हरियाणा) में स्थापित है। पचेरी में गोग्याण गोत्र के मुख्य तौर पर बौहरा नाम से जाने जाते हैं।
बिक्रम संवत 1402 , भादवा दी पंचमी (ऋषि पंचमी) को दादी निवारू देवी अपने पति ऋषिराम जी के साथ अग्नि स्नान किया था।
गौरतलब है की आज लगभग 550 साल पहले गोग्याण गोत्र के ब्राह्मण, बनिया,नाई एवं बाल्मीकि परिवार सांड़ गांव से यहां आकर बस गये थे। तब ये लोग अपनी कुल देवी के सम्मान में वहां से दादी को भी सांकेतिक रूप से साथ लाये थे और यहां उन्हें स्थापित किया।
धार्मिक आयोजन, गठजोड़े की जात, मुंडन आदि करवाते है और दादी से आशीर्वाद प्राप्त करते है।