मानव जन्म से नहीं कर्म से बनता है महान: राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश
चित्रदुर्गा 27 अप्रैल 2025
जन्म के समय किसी के सिर पर जाति और धर्म नहीं लिखा होता है सभी परमात्मा का रूप है, मानव जन्म से नहीं कर्म से महान होता है उक्त विचार राष्ट्र संत कमल मुनि जी कमलेश ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।
महाराज जी ने कहा कि सभी के शरीर की रचना और शरीर में खून लाल एक समान है तो फिर जाति,धर्म के नाम पर भेदभाव क्यों।
उन्होंने कहा कि यदि भेदभाव होता तो किसी का खून लाल किसी काला और किसी का सफेद होना चाहिए था जबकि सभी के खून का रंग लाल है तो फिर जाति,पंथ के नाम पर भेदभाव क्यों परमात्मा को यह भेद मंजूर नहीं।
मुनि कमलेश ने बताया कि ऊंचे कुल में जन्म लेकर बुरे काम करता है वह नीच है, सामान्य कुल में जन्म लेकर महान काम करता है वह विश्व पूजनीय बनता है।
राष्ट्र संत ने विकृत वर्ण व्यवस्था की मानसिकता पर करारी चोट करते हुए कहा कि चारों वर्ण हमारे में विद्यमान है, भक्ति करते तो ब्राह्मण, लेन-देन करते तो वैश्य, स्वयं की सफाई करते तब शुद्र और आत्म और देश रक्षा को तैयार होते तब क्षत्रिय।
जैन संत ने कहा कि जाति कुल के आधार पर मानव मानव में भेद करना साक्षात परमात्मा का अपमान करने के समान है। विश्व के सभी महापुरुषों ने संपूर्ण मानव समाज को समान माना है भक्ति करके प्रत्येक मानव परमात्मा को प्राप्त कर सकता है इतिहास में हजारों उदाहरण मौजूद है।