संतों पर हमला नहीं, ये भारतीय संस्कृति पर हमला: राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश
कोपल्ल कर्नाटक।
कोप्पल जैन स्थानक भवन में विराजित राष्ट्र संत पूज्य श्री कमल मुनि कमलेश ने मध्य प्रदेश सिंगोली के पास असामाजिक तत्वों ने जैन संतों के हुए कातिलाना हमला की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि यह संतों पर नहीं पूरी भारतीय संस्कृति एवं आध्यात्मिकता पर हमला है इसके दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
राष्ट्र संत कमल मुनि ने कहा कि करते अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं अब वो संतों को भी निशाना बना रहे है, तो सामान्य जनता का क्या हाल होता होगा।
उन्होंने कहा कि मानो जंगल राज छाया हुआ है, कानून नाम की कोई चीज नहीं है, शराबी कहकर उनको छोड़ नहीं जा सकता। महाराज श्री ने कहा कि हो सकता है इसके पीछे और कोई बड़ी साजिश है इसकी सरकार को जांच करानी होगी।
मुनि कमलेश ने कहा कि सत्य, अहिंसा ,करुणा का निस्वार्थ भाव से आत्म कल्याण के साथ संदेश देने वालों के साथ इस प्रकार का क्रूर कृत्य संपूर्ण मानवता को शर्मसार करने वाला है।
राष्ट्र संत ने कहा कि इस घटना से जैन समाज नहीं संपूर्ण मानव समाज में भयंकर आक्रोश प्राप्त है शासन प्रशासन की लापरवाही उजागर हो रही है।
जैन संत ने कहा कि अखिल भारतीय जैन सेवा के विचार मंच नई दिल्ली का प्रतिनिधि मंडल ने गृह मंत्रालय को ज्ञापन देकर कठोर कार्रवाई की मांग की ताकि दोबारा कोई ऐसा कृत्य न करें और जैन समाज से संगठित होने को कहा।