Wednesday, May 21, 2025
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विचारों में निर्मलता और पवित्रता का संचार करता है मंत्र: राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश 

 

विचारों में निर्मलता और पवित्रता का संचार करता है मंत्र: राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश

गदग कर्नाटक जैन मंदिर में जीतो द्वारा आयोजित विश्व णमोकार दिवस कार्यक्रम में उपस्थित संत गण

गदग कर्नाटक।  गदक जैन मंदिर में धर्म सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्र संत पूज्य श्री कमल मुनि कमलेश जी महाराज ने कहा कि आत्मा में अनंत ऊर्जा के विचारों का भंडार भरा हुआ है ,मंत्रों की साधना के द्वारा उसे जागृत किया जा सकता है।  राष्ट्र संत कमल मुनि जी कमलेश ने  विश्व णमोकार मंत्र दिवस पर विशाल सभा को संबोधित करते कहा कि मंत्र साधना से चित्त एकाग्र होता है ,मन शांत होता है ,परमात्मा की अलौकिक शक्ति से साक्षात्कार होता है।

उन्होंने कहा कि विचारों को पवित्र बनाने के लिए विज्ञान के पास कोई केमिकल्स नहीं है, सरकार के पास कोई कानून नहीं है, सिर्फ महापुरुषों के मंत्र से ही विचारों में निर्मलता और पवित्रता का संचार होता है।

विश्व नवकार दिवस पर सामूहिक मंत्र जाप करते श्रावक श्राविकाएं

मुनि कमलेश ने कहा कि हथियारों से नहीं बल्कि  पवित्र विचारों से ही विश्व शांति स्थापित की जा सकती है, खून का कपड़ा खून से साफ नहीं होता है, वैसे ही नफरत को नफरत से समाप्त नहीं की जा सकती, नफरत को प्रेम में बदलने की क्षमता मंत्र में है।

राष्ट्र संत ने कहा कि महामंत्र नवकार को किसी परंपरा में कैद नहीं किया जा सकता। वह सूर्य की भांति है उसके माध्यम से प्राणी मात्रा में सद्भाव प्रेम और करुणा का संचार किया जा सकता है।

जैन संत ने बताया कि आध्यात्मिक ज्ञान सभी को जीने का अधिकार है। सभी प्राणियों की रक्षा में ही मेरी रक्षा है, पर्यावरण कानून भी इसकी वकालत कर रहा है । विश्व बंधुत्व की भावना जब तक साकार नहीं होगी, तब तक ऊंच-नीच, गरीब-अमीर, जाति, पंथ, भाषा, प्रांतवाद अलगाववाद जैसे दूषित विचारों से ग्रसित होकर उसके टकराव से हिंसा का दावानल भड़केगा।  सद्भाव,सहिष्णुता,प्रेम और करुणा के बिना विश्व के किसी धर्म में व्यक्ति का प्रवेश नहीं हो सकता।  सभी धर्म में माला का महत्व है अर्थात जपने से ही शांति धर्म और परमात्मा मिल सकते है।

मूर्ति पूजक महासती जी ने भी कहा कि प्रेम ही सबसे बड़ा मंत्र है,वही धर्म साधना और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करता है, जो पराया को भी अपना बना सकता है।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में नवकार महामंत्र का उद्घाटन करते हुए कहा कि हिंदुस्तान का आध्यात्मिक पूरे विश्व को मार्गदर्शन कर रहा है यहां पर भी लाइव सबको सुनाया गया प्रधानमंत्री जी ने 9 सूत्री संकल्प सबको दिलाया।

जीतो द्वारा पूरे विश्व के 108 देश में एक साथ विश्व शांति के लिए महामंत्र जाप आयोजन किया। करीब 6000 धर्म स्थलों में रिलीज हुआ गदग में भी सभी धर्म जाति संप्रदाय के लोगों ने  भाग लेकर विश्व शांति के मंगल कामना की। जीतो

की ओर से अध्यक्ष स्वीटी भंसाली संचालन किया। इंदिरा बागमार आभार व्यक्त किया।

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