शब्द अपने आप में ब्रह्म हैं : राष्ट्रसंत पूज्य श्री कमल मुनि कमलेश
गदग कर्नाटक।
गदग जैन स्थानक में विराजमान राष्ट्रसंत पूज्य श्री कमल मुनि कमलेश महाराज साहब ने मंगलवार को धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि शब्द अपने आप में ब्रह्म है, जिसमें संपूर्ण ब्रह्मांड की शक्ति छिपी हुई है जिसके द्वारा ही मंत्र का निर्माण हुआ है। विश्व णमोकार मंत्र दिवस की पूर्व संध्या संबोधित करते हुए महाराज साहब ने कहा कि दो शब्दों के मिलने पर मंत्र का निर्माण होता है।
उन्होंने कहा कि मंत्र की शक्ति का लोहा सरकार और वर्तमान विज्ञान भी मान रहा है, प्राकृतिक प्रकोप आने पर प्रेयर करना वह प्रार्थना ही मंत्र का दूसरा रूप है जिसमें मंगल दुआओं का समावेश होता है।
मुनि कमलेश ने बताया कि मंत्र का प्रभाव इंसान तो क्या पशु, पक्षी संपूर्ण सृष्टि के प्रत्येक प्राणी पर पड़ता है। इतना ही नहीं मंत्र देव शक्तियों को भी प्रभावित करता है रेकी और टेलीपैथी भी मंत्रों के रूप में परिवर्तित होकर अलौकिक चमत्कार बता रही है।
राष्ट्र संत ने कहा कि मंत्र से मन की एकाग्रता आत्मा की शुद्धि ,डिप्रेशन ,हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर जैसे रोगों से शरीर को मुक्ति दिलाता है।
जैन संत ने कहा कि सामूहिक रूप में किए गए जप अत्यंत ज्यादा प्रभावशाली होते हैं सभी धर्म में किसी ने किसी रूप में मंत्र का उल्लेख है और उसका प्रयोग भी है।
भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव के निमित्त 9 अप्रैल को प्रातः7:30 बजे जीतो संगठन द्वारा 108 देश में महामंत्र का जब विश्व शांति के लिए किया जाएगा,करीब 6000 जैन उपासना स्थल पर लाइव दिखाया जाएगा। देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी इस महान यज्ञ में स्वयं भाग लेकर विश्व शांति की मंगल कामना करेंगे। विश्व व्यापी आयोजन में सभी धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक संगठन, आईपीएस ,आईएएस, विधायक ,सांसद, मंत्री जगह-जगह भाग लेंगे यह विश्व रिकॉर्ड बनने जा रहा है । अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली भी 18 राज्यों में इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी कार्यकर्ता की जान से लगे हुए हैं।