तिरूमला मंदिर में केवल हिंदू कर्मचारी ही करेंगे काम
विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में तिरुपति के वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में केवल हिंदू कर्मचारियों की नियुक्ति की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यह फैसला मंदिर की पवित्रता बनाए रखने और हिंदू परंपराओं का पालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है। यदि कोई गैर-हिंदू कर्मचारी मंदिर में कार्यरत है, तो उन्हें सम्मानपूर्वक अन्य विभागों में स्थानांतरित किया जाएगा।
नायडू के इस निर्णय का आधार तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के नियम हैं, जो 1989 के सरकारी आदेश पर आधारित हैं। इस आदेश के अनुसार, मंदिर में केवल हिंदू धर्मावलंबियों को ही काम करने की अनुमति है। हाल ही में TTD ने 18 गैर-हिंदू कर्मचारियों को हटा दिया था, जो मंदिर परिसर में गैर-हिंदू गतिविधियों में संलिप्त पाए गए थे। इन कर्मचारियों को या तो अन्य सरकारी विभागों में स्थानांतरित होने या स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति लेने का विकल्प दिया गया था।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि वे देश के सभी राज्यों की राजधानियों में वेंकटेश्वर स्वामी के मंदिर बनवाने की योजना बना रहे हैं, साथ ही विदेशों में भी मंदिर स्थापित करने की इच्छा जताई है। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि मंदिर के आसपास कोई व्यावसायिक गतिविधि न हो और पिछली सरकार द्वारा स्वीकृत मुमताज होटल की योजना को रद्द कर दिया गया है।
नायडू का यह बयान तब आया जब उन्होंने अपने पोते के जन्मदिन के अवसर पर तिरुपति मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि यदि अन्य धर्मों के संस्थान हिंदुओं को अपने यहां काम नहीं करने देते हैं, तो उनकी भावनाओं का भी सम्मान किया जाएगा।
इस निर्णय को धार्मिक आस्था और परंपराओं की सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। TTD की यह नीति मंदिर की पवित्रता बनाए रखने और हिंदू परंपराओं को प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।