जयपुर ( पवन पारीक) विप्र फाउंडेशन ज़ोन वन महिला विंग के शपथ ग्रहण समारोह में कार्यकारिणी को शपथ दिलाकर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्षा श्रीमती ममता जी शर्मा ने दी शुभकामनाएँ
आज विप्र फाउंडेशन ज़ोन वन महिला विंग के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन भव्य रूप से संपन्न हुआ। इस शुभ अवसर पर राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्षा श्रीमती ममता शर्मा जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उन्होंने मंच से विप्र फाउंडेशन और महिला विंग के सभी पदाधिकारियों को हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई दी।
अपने उद्बोधन के दौरान श्रीमती ममता जी शर्मा ने विप्र फाउंडेशन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यह संगठन समाज के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रहा है और विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में यह संस्था एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि –
“महिला सम्मान ही समाज की असली पहचान है। यदि समाज में महिला सशक्त और सम्मानित होगी, तो वह समाज अपने चरमोत्कर्ष को प्राप्त करेगा।”
ममता शर्मा ने आगे कहा कि –
“पुरुष को आगे बढ़ाने में यदि महिला सहायक बने तो समाज मजबूत होता है, और यदि महिला को आगे बढ़ाने में पुरुष सहायक बने तो समाज नई ऊंचाइयों को छूता है। यह दोनों ही संस्कार एक-दूसरे के पूरक हैं और मिलकर समाज के उत्थान में सहायक सिद्ध होते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि विप्र फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य समाज में संस्कारयुक्त सामाजिक कार्य करना है। संस्कार ही वह माध्यम हैं जिससे समाज में समरसता और विकास को बल मिलता है। उन्होंने महिला विंग से अपेक्षा की कि वे समाज में शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कार और सशक्तिकरण के क्षेत्र में बढ़-चढ़कर योगदान देंगी।
कार्यक्रम के अंत में श्रीमती ममता शर्मा ने विप्र फाउंडेशन ज़ोन वन महिला विंग के सभी नव-नियुक्त पदाधिकारियों को अपनी शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि –
“संस्कार और सहयोग की भावना ही समाज को नई दिशा प्रदान करती है। विप्र फाउंडेशन का यह प्रयास निश्चित रूप से समाज के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।”
विप्र फाउंडेशन राष्ट्रीय महामंत्री श्री पवन पारीक जी ने कहा की संस्थान का गठन समाज में राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समरसता को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से किया गया है। इस संगठन की स्थापना के अथक प्रयासों और दूरदर्शी सोच का परिणाम है। उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों के उत्थान, समरसता, तथा राष्ट्रहित के कार्यों को केंद्र में रखते हुए, समाज को एक नई दिशा देने के लिए इस फाउंडेशन की आधारशिला रखी।
विप्र फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य समाज में समानता, भाईचारा और पारस्परिक सहयोग की भावना को मजबूत करना है। श्री पवन पारीक जी का मानना है कि जब तक समाज के सभी वर्गों को समान अवसर नहीं मिलेंगे, तब तक समरसता स्थापित नहीं हो सकती। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए फाउंडेशन के अंतर्गत विभिन्न विंगों (शाखाओं) का गठन किया, जिससे समाज के अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य हो सके और समाज के हर वर्ग को विकास के समान अवसर मिलें।
नवनिर्वाचित ज़ोन वन की प्रदेशाध्यक्ष सोनाक्षी वशिष्ठ ने कहा कि विप्र फाउंडेशन ने उन्नत समाज के लिए हमारी भागीदारी का सम्मान किया है, हम इस दायित्व को निभाएंगे। यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि हमें समाज सेवा के इस पवित्र कार्य में योगदान देने का अवसर मिला है। हम संकल्प लेते हैं कि समाज के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर तत्पर रहेंगे।
ज़ोन वन के प्रदेशाध्यक्ष राजेश कर्नल ने कहा कि विप्र फाउंडेशन द्वारा स्थापित परशुराम ज्ञानपीठ भवन का मुख्य उद्देश्य महिला शिक्षा को बढ़ावा देना एवं उनके लिए सुविधाओं का सृजन करना है। यह भवन न केवल प्रदेश के गर्व का प्रतीक है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य का मार्गदर्शक भी बनेगा। हम सभी का कर्तव्य है कि इस पवित्र उद्देश्य को साकार करने में पूर्ण सहयोग दें।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विमलेश शर्मा, उप कोषाध्यक्ष मनीष पारीक, डॉ. ज्योति जोशी, राष्ट्रीय सचिव नरेंद्र कुमार हर्ष, राष्ट्रीय सचिव सुनीता शर्मा, भारती शर्मा तथा इस्पेक के राष्ट्रीय प्रभारी प्यारे लाल शर्मा एवं यूथ विंग के राष्ट्रीय समन्वयक मनोज पांडे ने अपने सारगर्भित उद्बोधन द्वारा विप्र फाउंडेशन की विभिन्न योजनाओं एवं उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। ज़िला अध्यक्ष महेन्द्र शर्मा, रमेश शर्मा जी , सुशील शर्मा, गजेन्द्र ज्ञानपुरिया जी ने समाज उत्थान एवं संगठन के सुदृढ़ीकरण पर बल देते हुए एकजुटता का संदेश दिया। मंच संचालन विप्र फाउंडेशन ज़ोन वन की महिला महामंत्री श्रीमती संपति शर्मा, सीकर ने कुशलतापूर्वक किया। समारोह में समाज के प्रबुद्धजनों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और अधिक बढ़ा दिया।